Republic Day 2025 : उत्तराखंड की ये ख़ास झांकी दिखेगी कर्त्तव्य पथ पर।

Republic Day 2025 Jhanki

Republic Day 2025: इस वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर उत्तराखंड की झांकी एक बार फिर लोगों के आकर्षण का केंद्र रहेगी। “सांस्कृतिक विरासत एवं साहसिक खेल” की थीम पर तैयार झांकी के माध्यम से यहाँ की समृद्ध संस्कृति, प्राकृतिक सौंदर्य और एडवेंचर स्पोर्ट्स को दिखाने को कोशिश की गई है। जिसके लिए अग्र भाग में उत्तराखंड के पारम्परिक ऐपण कला को बनाते हुए महिला को दर्शाया गया है और वहीं ट्रेलर भाग में उत्तराखंड के साहसिक खेलों और पर्यटन को दर्शाया गया है।

गणतंत्र दिवस समारोह में उत्तराखंड की झांकी मार्च पास्ट करते हुए चौथे नंबर पर देखने को मिलेगी। सूचना विभाग उत्तराखण्ड के संयुक्त निदेशक एवं नोडल अधिकारी के.एस.चौहान के नेतृत्व में उत्तराखण्ड राज्य से 16 कलाकार गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखण्ड झांकी में भाग ले रहे हैं।

समृद्ध संस्कृति होंगे दर्शन

गणतंत्र दिवस पर कर्त्तव्य पथ पर दिखने वाली इस झांकी में देवभूमि उत्तराखण्ड की समृ़द्ध सांस्कृतिक विरासत, प्राकृतिक सुन्दरता एवं साहसिक खेल एवं पर्यटन के दर्शन होंगे। झांकी के अग्र भाग में उत्तराखण्ड की प्रसिद्ध ऐपण कला को बनाते हुए एक पारम्परिक वेशभूषा में महिला को दिखाया गया है। यह ऐपण आर्ट आज विश्वभर में प्रसिद्ध है। यह उत्तराखण्डी महिलाओं द्वारा पूजा कक्षों, घरों के प्रवेश द्वारों के फर्श और दीवारों पर बनायी जाती है। इसको बनाने के लिए चावल का आटा तथा गेरु का उपयोग किया जाता है।

साहसिक खेल और पर्यटन से रूबरू 

यह झांकी प्रदेश के खूबसूरत स्थलों में होने वाले साहसिक खेलों से रूबरू कराएगी। जिसके लिए पिछले भाग में नैनीताल और मसूरी में हिल साइकिलिंग, फूलों की घाटी और केदारकांठा की ट्रैकिंग, ओली में स्नो स्कीइंग तथा ऋषिकेश में योगा, बंजी जम्पिंग, जिप-लाइनिंग एवं रॉक क्लाइम्बिंग की रोमांचकारी गतिविधियों को दर्शाया गया है।

उत्तराखण्ड की यह झांकी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने तथा साहसिक खेलों एवं साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए दर्शायी गयी है। संयुक्त निदेशक एवं नोडल अधिकारी के.एस चौहान ने कहा कि कर्तव्य पथ पर इस बार उत्तराखण्ड की झांकी “सांस्कृतिक विरासत एवं साहसिक खेल” सबके लिये आकर्षण का केन्द्र रहेगी। उन्होंने बताया कि झांकी में उत्तराखंड की पहचान, प्राकृतिक सौंदर्य और एडवेंचर स्पोर्ट्स की संभावनाओं को प्रदर्शित किया जा रहा है, हमारा राज्य न केवल अपने आध्यात्मिक और प्राकृतिक महत्व के लिए जाना जाता है, बल्कि यह साहसिक खेलों के क्षेत्र में भी अग्रणी है।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशानुसार राज्य सरकार द्वारा सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने और साहसिक खेलों को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने के लिए गणतंत्र दिवस की परेड में झांकी के रूप में प्रदर्शित करने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री के निर्णय से साहसिक खेलों के लिए अवस्थापना सुविधाओं को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। राज्य की भौगोलिक स्थिति साहसिक खेलों के अनुकूल है, जिसको देखकर राज्य के विभिन्न हिस्सों में रोमांच के शौकीन लंबे समय से ट्रैकिंग, राक क्लाइंबिंग, स्कीइंग और रिवर राफ्टिंग के लिए आ रहे हैं।

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