Kumaoni Poem हास्यपुट से भरपूर कुमाऊंनी कविता – असौजक हाल।

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Kumaoni Poem हास्यपुट से भरपूर कुमाऊंनी कविता

Kumaoni Poem- पहाड़ों में लोग असौज के महीने में बहुत व्यस्त रहते हैं। न खाने का समय और न ही आराम का। धान समेटने के बाद घास काटने का ऐसा जोर रहता है कि पहाड़ी कामकाजी ब्वारियों और सास के लिए यह समय बड़ा कठिन होता है। यहाँ घास काटना समाप्त करना होता है, वहां खेतों में गेहूं बोने के लिए जुताई शुरू।

पहाड़ों में लगे असौज की थकान को कम करने लिए हमारे प्रसिद्ध कवि शंकर जोशी ‘पनुवां’ ने एक सुन्दर हास्य कविता के माध्यम से असौज का हाल बताया है, जो इस प्रकार है –

 अषौजाक हाल

ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
लियो रे सुनों अषौजाक हाल ।

कौंनि मादिर नै धानकि बाल
जोर हैरों बस घाकें घाक
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
लियों रे सुनों अषौजाक हाल ।

सासु घा काटनें वारै धार
ब्वारि खद्येड़ि रा पारै धार।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
लियों रे सुनों अषौजाक हाल ।

धानकि सारि लागि रै मुंगसार
बानर ल्है गई मडुवै सार।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
लियों रे सुनों अषौजाक हाल ।

मुसां जोर छ मडुवै सारि
और चाड़ चलि रि धानै सार ।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
लियों रे सुनों अषौजाक हाल।।

ब्वारिक कानों में फोंनक तार
सासुलि लगै रै धधा-धाद
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
लियों रे सुनों अषौजाक हाल ।

लुट बटि घुरि गै झुपुलि घस्यार
पुजि गै हल्द्वानि लिगै हकार
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
ल्यों रे सुनों अषौजाक हाल ।

खूब खनांई रत्तै ब्याव
गदु-ककाडाँ की हैरै बहार
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
ल्यों रे सुनों अषौजाक हाल ।

दिन में घाम और रातहिनि जाड़
सर्दि-जुखामलि हाल खराब
ट्लिंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
लियों रे सुनों अषौजाक हाल ।

अंड न मुर्गी लासन प्याज
कसिके पुरीनी सोल सराद ।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
लियों रे सुनों अषौजाक हाल ।।

चलि रै द्यखों कोरोना मार
दिल्ली वाल लै बनि गि घस्यार ।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
लियों रे सुनों अषौजाक हाल।।

फ्री में भात और फ्री में दाव
उखल नै कुटनै क्वेई य साल।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
लियों रे सुनों अषौजाक हाल।।

नांनतिन लागनांई कामदार
भुलिगै उनरि स्कूली अन्वार।
ट्विंकल ट्विंकल लिटिल स्टार
लियों रे सुनों अषौजाक हाल।।

कवि-श्री शंकर जोशी

सुमित्रानंदन पंत की कविता – कुमाऊंनी में।

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