Auli Uttarakhand : औली, उत्तराखंड का एक खूबसूरत पर्वतीय पर्यटक स्थल है, जो अपनी अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता, शांत वातावरण और रोमांचक गतिविधियों के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। प्रदेश के चमोली जनपद के अंतर्गत यह स्थल समुद्र सतह से करीब 2800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यहाँ का स्थानीय नाम ‘औली बुग्याल’ है जिसका अर्थ है ‘सुन्दर घास का मैदान।’ इस खूबसूरत स्थल को लोग ‘भारत का मिनी स्विट्जरलैंड’ के नाम से भी जानते हैं।
औली में खूबसूरत घास के मैदान और सामने सुन्दर हिमालय पर्वत मालाएं हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती हैं। वहीं सर्दियों में यह स्थल रुई जैसी खूबसूरत बर्फ से आच्छादित होकर और भी सुन्दर लगने लगता है। यहाँ के देवदार के जंगल, खूबसूरत घाटियां हर किसी का मन मोह लेती हैं। औली अब भारत का स्कीइंग हब के रूप में विख्यात हो चुका है। जहाँ हर वर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक पहुँचने लगे हैं। वहीं यहाँ पर्यटक स्कीइंग के अतिरिक्त ट्रैकिंग, कैंपिंग और बर्ड वॉचिंग जैसी गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।
औली का प्राकृतिक सौंदर्य
औली हिमालय की गोद में स्थित एक खूबसूरत स्थल है, जहाँ से आपको नंदा देवी, कामेट और त्रिशूल जैसी बर्फ से ढकी खूबसूरत पर्वत श्रृंखलाएं दिखाई देती हैं। यहाँ के हरे-भरे घास के मैदान यानी बुग्याल इस स्थल की सुंदरता में चार चाँद लगा देते हैं। वहीं दिसंबर और जनवरी के महीने पर पड़ने वाली बर्फ यहाँ की खूबसूरती को कई गुना बढ़ा देती है। यहाँ के हरे-भरे घास के मैदान जब सफ़ेद बर्फ से ढक जाते हैं और फिर स्कीइंग के शौकीनों के लिए यहाँ एक उत्सव का सा माहौल होने लगता है। यहाँ से दिखने वाला सूर्योदय अद्भुत और दर्शनीय है। देवदार, बांज-बुरांश के जंगलों के मध्य हिमालयी पक्षियों का कलरव किसी मधुर संगीत से कम नहीं लगता।
औली में स्कीइंग एवं रोमांच
औली (Auli Uttarakhand) को अंतरराष्ट्रीय मानक का एक आदर्श स्कीइंग ग्राउंड माना गया है। यहाँ का 500 मीटर ढलान के साथ 3 किलोमीटर का मैदान स्कायर्स के हौसलों में और अधिक वृद्धि करता है। यह केवल सीखने वाले लोगों के लिए ही नहीं बल्कि पेशेवर स्कीयरों के लिए भी बेहद उपयुक्त स्थान है। यहाँ गढ़वाल मंडल विकास निगम द्वारा स्कीइंग प्रशिक्षण दिया जाता है, साथ ही इस खेल से जुड़े उपकरण किराए पर उपलब्ध कराये जाते हैं। GMVN यहाँ 7 दिन का नॉन-सर्टिफिकेट और 14 दिन की सर्टिफिकेट ट्रेनिंग देता है। औली में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की स्कीइंग प्रतियोगिता भी आयोजित होती है। यहाँ का रोपवे सिस्टम, एशिया का सबसे लम्बा और ऊँचा रोपवे है, जो ज्योतिर्मठ से लेकर औली बुग्याल तक संचालित होता है। इसकी गति देश के अन्य रोपवे से अधिक मानी जाती है, वहीं एक बार में एक केबिन में 25 यात्री खूबसूरत प्रकृति का आनंद लेते हुए रोमांचक आवागमन कर सकते हैं।
औली के प्रमुख आकर्षण
- गुरसों बुग्याल : औली से करीब 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह हरीभरी मखमली घास का एक सुन्दर ढलान युक्त मैदान है, जिसका स्थानीय नाम गुरसों बुग्याल है। गर्मियों में घूमने के लिए यह यहाँ की एक ख़ास और बेहतरीन जगहों में से एक है।
- चेनाब झील : यह खूबसूरत झील ज्योतिर्मठ (जोशीमठ) के पास डांग गांव के पास है। बेहद शांत और सुरम्य इस झील के पास आकर हर कोई अपने आप को तरोताजा कर लेता है। यह यहाँ के प्रमुख आकर्षणों में से एक है।
- कृत्रिम झील : यह एक पुरानी झील है, जो एशिया के सबसे ऊंची मानव निर्मित झीलों में से एक है। घास के मैदानों के बीच यह झील पर्यटकों को बेहद आकर्षित करती है।
- रोपवे राइड : यहाँ का रोपवे बेहद ख़ास है। प्रकृति के बीच से होता हुआ यह रोपवे जोशीमठ (वर्तमान में ज्योतिर्मठ) से औली तक पर्यटकों को राइड का रोमांचकारी अनुभव प्रदान करता है।
- नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान : औली से नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान करीब 41 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहाँ आप दुर्लभ वन्य जीवों और प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं।
- छत्रकुंड : औली में गुरसों से छत्रकुंड की दूरी करीब 3 किलोमीटर है। यह जंगल के बीच मीठे पानी का एक मनमोहक झील है।
- वंशीनारायण कल्पेश्वर : ज्योतिर्मठ से इस मदिर की दूरी करीब 12 किलोमीटर है। यह कल्पेश्वर मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह औली में घूमने के लिए लोकप्रिय जगह है जो आम लोगों के साथ-साथ आध्यात्म से जुड़े पर्यटकों के लिए प्रसिद्ध है।
औली में जाने का सही समय
- सर्दियों में : ऐसे तो औली में सर्दी और गर्मी, दोनों मौसम में जा सकते हैं, लेकिन सर्दियों में यानि नवंबर से लेकर मार्च तक जाने का अपना अलग ही आनंद है। स्कीइंग इसी मौसम में ही की जाती है। वहीं बर्फ में विभिन्न खेलों जैसे स्नो मैन, स्नो बॉल आदि का आनंद ले सकते हैं।
- गर्मियों में : यदि आप गर्मियों में आना चाहे तो आपको यहाँ मौसम सुखद और ठण्ड का अहसास जरूर कराएगा, तब आप ट्रैकिंग, प्राकृतिक सौंदर्य, बर्ड वॉचिंग, घुड़सवारी आदि का आनंद ले सकते हैं। अप्रैल से लेकर जून तक आप यहाँ आ सकते हैं।
औली का तापमान
- सर्दियों में : इस मौसम में औली का तापमान (Auli Temperature)अधिकतम 4 से 7 डिग्री सेल्सियस रहता है, वहीं न्यूनतम -8 डिग्री तक भी चले जाता है।
- गर्मियों में : इस मौसम में औली का तापमान अधिकतम 15 से 20 डिग्री सेल्सियस रहता है और न्यूनतम 4 से 8 डिग्री सेल्सियस रहता है।
रहने खाने की व्यवस्था
वर्तमान में यहाँ रहने खाने के लिए अनेक गेस्ट हाउस, होटल, ढाबे बने हुए हैं। पर्यटक अपने बजट के अनुसार इनका चयन कर सकते हैं।
कैसे पहुंचे
- हवाई मार्ग : औली पहुंचने के लिए नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून का जॉली ग्रांट एयरपोर्ट है, यहाँ से औली की दूरी लगभग 279 किलोमीटर है। देहरादून हवाई अड्डे से औली तक टैक्सी तथा बस सेवाएँ उपलब्ध रहती हैं।
- रेल मार्ग : नजदीकी रेलवे स्टेशन ऋषिकेश, हरिद्वार है। ऋषिकेश से औली लगभग 250 किमी दूर है। यहाँ से आपको टैक्सी अथवा बस सेवा उपलब्ध रहती हैं।
- सड़क मार्ग : औली जोशीमठ से 16 किमी की दूरी पर है। उत्तराखंड परिवहन निगम की बसें जोशीमठ और ऋषिकेश (253 किमी) के बीच नियमित रूप से चलते हैं। GMOU और उत्तराखंड परिवहन निगम की बसें तथा टैक्सी जोशीमठ और ऋषिकेश (253 किमी), हरिद्वार (277 किमी), देहरादून (2 9 8 किलोमीटर) और दिल्ली (500 किमी) के बीच नियमित रूप से चलते हैं। जोशीमठ से आगे, औली के लिए रोपवे, बस और टैक्सी सेवाएं उपलब्ध हैं।
औली एक ऐसा हिल स्टेशन है ,जो हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता है। चाहे आप एडवेंचर के शौकीन हों, प्रकृति प्रेमी हों, या बस शांति और सुकून के पल व्यतीत करना चाहते हों, आपके लिए यह बेहद उपयुक्त जगह है। हिमालय के गोद में बसा यह हिल स्टेशन आपका सदैव स्वागत करेगा। तो चलिए औली। हाँ ध्यान रखें ! यहाँ आप शांति और सफाई बना के रखें।
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